सावधान :इनसे आप पर तांत्रिक क्रिया या अभिचार हो सकता है
हम इनसे बचाव के उपाय लिखते हैं |यद्यपि तीब्र अभिचार या उच्च शक्तियों से किये
अभिचार पूर्ण रोक पाना सामान्य व्यक्ति के लिए मुश्किल है ,किन्तु टोटकों द्वारा
किये जाने वाले अभिचारों से कुछ सावधानियां रखने पर बचाव संभव है |टोना किये जाने
पर तांत्रिक की शरण लेनी पडती है | आज के ज़माने में दुसरो से ज़्यादा अपने लोगो से ही ज्यादा खतरा है।किसी भी स्त्री,पुरुष,उनके बच्चों,उनके घर,उनके परिवार,उनके व्यवसाय,उनके स्वास्थ्य पर अगर कोई तंत्र विद्या का गलत उपयोग करता है तो ये जरुरी नहीं की वो आपका दुश्मन ही हो वो आपका खास परिचित या पारिवारिक सदस्य या पडोसी या रिश्तेदार भी हो सकता है।मैं इस बात से भी इनकार नहीं करता की वो आपका दुश्मन नहीं हो सकता ।मगर तंत्र का जिस पर भी उपयोग करना है उसकी कई चीजे चाहिए होती है जो की आपका कोई परचित ही हासिल कर सकता है या कोई आपका दुश्मन भी हो तो वो भी किसी न किसी मार्ग से ये चीजे हासिल करेगा। सामान्यतय अभिचार किसी न किसी वस्तु को माध्यम बना कर ही किया जाता
है |तंत्र से तांत्रिक अभिन्त्रण 2 प्रकार से होता है
किसी पर tantra प्रयोग भी इसी के सहारे होता है |इसका अपना
विज्ञान है ,जो आपके गंध -हारमोन–फेरोमोंन को पकड कर
आपको प्रभावित कर देता है |अतः अपने अन्तः वस्त्र और कपड़ों को अनजान और अविश्वसनीय
लोगों से बचाकर रखें |
होता है ,अधिकतर वशीकरण–आकर्षण आदि में |इनसे पुतले भी बनाए जाते हैं
और कष्ट देने के प्रयोग भी होते हैं |अतः यह ध्यान देने योग्य है ,अगर कोई आपके
पाँव के नीचे की मिटटी लेने का प्रयत्न करे तो उससे सावधान हो जाएँ ,और सुरक्षा के
उपाय करें |
हैं तांत्रिक अभिचार के |इनसे अनेक प्रकार की क्रियाएं की जाती हैं |आपको बीमार या
विक्षिप्त भी किया जा सकता है इनसे |बच्चों को भयंकर कष्ट में डाला जा सकता है |अगर
ऐसा लगे तो तुरंत सुरक्षा के उपाय करें |
सकती है और नजदीकी भी |अन्य अनेक अभिचार भी संभव हैं |अतः कभी अचानक ऐसा दिखे तो
सोने के स्थान को सबकी पहुच से दूर करें और सुरक्षा के उपाय करें |
सकते हैं |अक्सर भूत–प्रेत जैसी वायवीय शक्तियां वृक्षों पर निवास
करती हैं |अधिकतर बरगद ,पाकड़ ,पीपल ,गूलर ,मौलसिरी ,बबूल ,नीम ,शीशम जैसे बड़े
वृक्ष इनका निवास होते हैं |यह उन छोटे वृक्षों पर भी हो सकते हैं जिनके आसपास
इनकी मृत्यु हुई हो |यह स्त्री को मूत्र करते देख आसक्त हो उसके साथ लग सकते हैं |पुरुष
अथवा स्त्री द्वारा इनके स्थान पर मूत्रत्याग से रुष्ट हो साथ आ कष्ट दे सकते हैं |अतः
वृक्षों अथवा बांस की झुरमुट में मूत्रत्याग से बचें |
मूत्रत्याग करने अथवा निर्वस्त्र स्नान करने से भी आप किसी वायव्य शक्ति के प्रभाव
में आसकते हैं |अतः नदी नालों के किनारे अकेले ऐसा न करें |अगर परिस्थितियाँ ऐसी
हों तो सुरक्षात्मक उपाय किये रहें |
,खँडहर आदि से आना जाना भी आपको किसी बाधा की चपेट में ला सकता है |अक्सर लड़कियां
और स्त्रियाँ इस प्रकार प्रभावित होती देखि जाती हैं |
जाना हो तो भी सुरक्षा के उपाय रखें |कोई बाधा आपको प्रभावित कर आपके साथ जुड़ सकती
है ,अक्सर महिलाए और ठन्डे रक्त वाले पुरुष ऐसी परिस्थितियों में प्रभावित हो जाते
हैं |
नहीं या तुरंत निराकरण का उपाय करें |
जाएँ और उसे न खाएं ,यह कोई आभिचारिक क्रिया हो सकती है |अक्सर प्रसाद के बहाने
ऐसी चीजें मिलाकर खिला पिला दी जाती हैं |जो कभी न पचती हैं न शरीर से निकलती हैं
और परेशान करती रहती हैं |
अभिचार कर सकता है |अतः बाल किसी वस्तु में लपेटकर ही फेंकें और यहाँ वहां नहीं
कूड़ेदान में ही डालें |
है ,बीमार किया जा सकता है |भूत प्रेत लगाया जा सकता है |कोई शक्ति खुद भी इससे
आकर्षित हो आ सकती है |कोई भी तांत्रिक अभिचार संभव है |अतः इसे अवश्य गोपनीय
तरीके से सुरक्षित निस्तारित करें |कभी लगे की ऐसा हो सकता है तो सुरक्षा के उपाय
करें खुद के शरीर की |
कोई दुश्मनी रखता है अथवा दुर्भावना आपके बच्चे या परिवार के प्रति रखता है तो वह
इनका उपयोग आपके बच्चे को कष्ट देने के लिए कर सकता है और आपका बच्चा बिना वजह
कष्ट में आ सकता है ,उसका स्वभाव -चरित्र–मन–व्यवहार–सोच बदल सकती है अथवा वह बिना डाक्टरी पकड़ के
बीमार हो सकता है ,अपने लक्ष्य से भटक सकता है |
मौके पर तांत्रिक अभिचार होते हैं ,अतः इन मौकों पर विशेष सावधानी बरतें |किसी की
कोख बंधी है तो वह अपना बंधन आपको दे सकता है |कोई किसी बाधा से पीड़ित है तो वह
आपको दे सकता है ,वह आपका नजदीकी रिश्तेदार हो सकता है ,आपके समझ में कुछ नहीं आएगा
और परेशान हो जायेंगे |किसी को बच्चा नहीं हो रहा आपको अपनी समस्या तांत्रिक के
कहने पर अभिचार रूप में दे सकता है |आंतरिक विरोध रखता है तो अभिचार दे सकता है
|अतः ऐसे समय सुरक्षा के साथ सावधानी रखें|
ये कुछ सावधानिया है जिनसे आप तांत्रिक अभिचार से अथवा अनचाही
समस्या अथवा वायव्य बाधा से बच सकते हैं |।मगर अगर आप तंत्र क्रियाओ के घेरे में फंस गए है तो सिर्फ तंत्र के द्वारा ही आप उन क्रियाओ की काट कर सकते है ,बिलकुल वैसे ही जैसे जहर को जहर ही मारता है |सबसे बेहतर तो यही होता
है की आप सुरक्षा के उपाय किये रहे और कवचा आदि खुद भी धारण किये रहें और बच्चों
को भी धारण कराये रहें ,जिससे कभी ऐसी स्थिति आये भी तो कोई प्रभाव न हो |अगर
प्रभाव हो ही जाए तो किसी उच्च स्तर के तांत्रिक से संपर्क करें |किसी समस्या के
लिए आप हमारे पेज Tantra Marg अथवा अलौकिक
शक्तियां पर भी संपर्क कर सकते हैं |……………………………………………………हर–हर महादेव
विशेष – उपरोक्त समस्या अथवा किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें -मो. 07408987716 ,समय -सायंकाल 5 से 7 बजे के बीच .
Leave a Reply