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ज्योतिष ,तंत्र ,कुण्डलिनी ,महाविद्या ,पारलौकिक शक्तियां ,उर्जा विज्ञान

  • रोने से भाग्य बिगड़ता है ?

    आंसुओ का भाग्य पर प्रभाव ===================            बच्चा पैदा होता है रोता ही आता है ,जब कष्ट होता है तब रोता है ,बड़े होने पर भी यह आदत नहीं बदलती कभी कष्ट पर तो कभी असंतुष्टि पर ,कभी भाग्य पर तो कभी परिजनों पर रोता ही जाता है |बचपन से रोने की ऐसी आदत बनती […]

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  • आंसुओ का भाग्य पर प्रभाव ===================            बच्चा पैदा होता है रोता ही आता है ,जब कष्ट होता है तब रोता है ,बड़े होने पर भी यह आदत नहीं बदलती कभी कष्ट पर तो कभी असंतुष्टि पर ,कभी भाग्य पर तो कभी परिजनों पर रोता ही जाता है |बचपन से रोने की ऐसी आदत बनती…

  • तंत्र में रति को ११ विभिन्न प्रकारों में परिभाषित किया गया है जिनमे से ७ प्रकार की रति के विषय में हम पहले बता आये हैं |इस लेख में हम चार अन्य प्रकार की रतियों के विषय में लिख रहे जिनमे से देव रति और स्पर्श रति ही तंत्र में स्वीकार्य हैं अन्य दो को…

  • . कृत्रिम रति ==========          रति के ११ प्रकारों में एक कृत्रिम रति को भी परिभाषित किया गया है जो रति तो हो सकती है किन्तु यह सम्भोग नहीं होता क्योंकि सम्भोग में दो लोगों का साथ में बराबर भोग होता है इसीलिए इसका महत्त्व बहुत कम है तंत्र आदि में |कृत्रिम उपायों से की…

  • कुंडलिनी तंत्र साधना या मूल भैरवी साधना में शारीरिक रति को महत्व नहीं दिया जाता |मूलतः पूरा तंत्र ही ऊर्जा तरंगों की रति को महत्व देता है ,जिसके भावों में प्रत्येक बार अंतर होता है और भावो के अनुसार ऊर्जा तरंगें भी भिन्न होती हैं |तंत्र का मानना है की एक ही जोड़े की विभिन्न…

  •   तंत्र में रतिक्रीड़ा का बहुत महत्व है चाहे वह कुंडलिनी तंत्र की भैरवी साधना हो ,भैरवी साधना का कोई अन्य प्रकार हो या वाम मार्ग की ऐसी साधना हो जिनमे जनन उर्जा साधना का आधार हो | कुछ साधनाओं में प्रत्यक्ष शारीरिक रति होती है तो कुछ में ऊर्जा तरंगों की रति को आधार…

  • कुण्डलिनी तंत्र और भैरवी साधना में सम्भोग ==================================            तंत्र में रतिक्रीड़ा का बहुत महत्व है चाहे वक् कुंडलिनी तंत्र की भैरवी साधना हो ,भैरवी साधना का कोई अन्य प्रकार हो या वाम मार्ग की ऐसी साधना हो जिनमे जनन उर्जा साधना का आधार हो | कुछ साधनाओं में प्रत्यक्ष शारीरिक रति होती है तो…

ज्योतिष -हस्तरेखा -वास्तु द्वारा समस्याओं का अध्ययन तथा उपचार -निदान पर परामर्श

दैवीय शक्तियों की प्राप्ति ,उर्जा संतुलन ,भौतिक -आध्यात्मिक उपलब्धियों की प्राप्ति पर परामर्श

व्यक्तिगत -पारिवारिक -आर्थिक समस्याओं के निवारण में सहायक उपचार पर परामर्श

हम एक साधक -तंत्र अन्वेषक और खोजी हैं तथा महाविद्या साधना ,कुण्डलिनी तंत्र ,वैदिक ज्योतिष ,हस्तरेखा विज्ञानं ,फेस रीडिंग ,वास्तु शास्त्र ,ब्रह्मांडीय उर्जा विज्ञानं ,पारलौकिक और अलौकिक शक्तियों पर विगत ४० वर्षों से कार्यरत हैं |हमने जो समझा है ,जाना है ,पाया है ,जो अनुभव किया है वह अपने alaukikshaktiyan.com वेबसाईट ,Alaukik Shaktiya फेसबुक पेज ,Tantra Marg फेसबुक पेज ,Alaukik Shaktiya यूट्यूब चैनल ,Tantra Marg यूट्यूब चैनल ,Alaukik Shaktiya वर्डप्रेस ब्लॉग ,aagamtantra गूगल ब्लॉग के माध्यम से सर्वजन के हित के लिए उन तक पहुंचाने का प्रयत्न कर रहे हैं जिससे लोग सही जानकारी से अवगत हों ,अपनी समस्याओं से मुक्त हों ,जीवन को सफल बनायें ,लाभ प्राप्त कर सकें और अंततः मुक्ति -मोक्ष भी प्राप्त कर सकें |……………………………..हर हर महादेव

भौतिक और आध्यात्मिक कठिनाइयों का निवारण संभव है

जन्म कुंडली विश्लेषण से ,हस्तरेखा परिक्षण से ,वास्तु दोष निवारण से ,नकारात्मकता निवारण से ,भाग्य वृद्धि के उपायों से ,चक्रों की स्थिति सुधारकर ,आभामंडल अर्थात औरा परिक्षण तथा हीलिंग से ,सकारात्मक ऊर्जा प्रक्षेपण से ,उपयुक्त शक्ति की आराधना -साधना से ,आतंरिक शक्तियों के जागरण से ,अवचेतन का ज्ञान उदित करके ,कुण्डलिनी साधना से ,महाविद्या साधना से ,पारलौकिक शक्ति की सहायता से

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