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बगला शाबर साधना

::::::: बगलामुखी शाबर मंत्र साधना ::::::

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               माता बगलामुखी के कई शाबर मंत्र मिलते है | ये मंत्र रक्षा कारक, विरोधियो का स्तम्भन , ग्रह बाधा स्तम्भन , वशीकरण , शत्रु बाधा ,विवाद -मुकदमों में विजय ,ग्रह बाधाओं का निवारण ,ग्रह दुष्प्रभाव स्तम्भन ,भूत -प्रेत वायव्य बाधाओं आदि प्रयोजन के लिए उत्तम है | शाबर मंत्र की शक्ति गुरु कृपा और व्यक्ति के आत्मबल के साथ उसकी आतंरिक उर्जा से चलती है | मंत्र की शक्ति पूर्व संस्कार और कर्मो पर भी निर्भर करती है | शाबर मंत्र स्वयम सिद्ध होते हैं और इनमें ध्यान प्रधान है | आप जितने गहरे ध्यान में जाकर जप करेगे उतनी शक्ति का प्रवाह होगा | शाबर मंत्र के लिए यह कहा गया है की १००० जप पे सिद्धि , ५००० जप पे उत्तम सिद्धि और १०००० जाप पे महासिद्धि |यहाँ दिया जा रहा मंत्र शाबर मंत्र ही है और साथ ही बगलामुखी ऐसी शक्ति हैं जो जीवनी ऊर्जा बढ़ा देती हैं |यद्यपि शाबर साधना से कुंडलिनी ऊर्जा पर तो प्रभाव नहीं पड़ता किन्तु बगला के तंत्रोक्त मन्त्र का प्रभाव कुंडलिनी पर पड़ता है |बगला शाबर मन्त्र बेहद तीव्र प्रभावी होते हैं और त्वरित क्रिया करते हैं अतः चूक नहीं होनी चाहिए |यहाँ लोगों की यह थ्योरी नहीं चलती की यह तो माता है और माता कभी कष्ट नहीं देती |सही है की माता कभी कष्ट नहीं देती किन्तु जब साधना आप करते हैं तो शक्तियां गलती क्षमा नहीं करती ,आ रही ऊर्जा तीव्र प्रतिक्रिया करती है यदि विक्षोभ हो तो |

         यह बहुत ही तीव्र और प्रभावकारी साधना है जिसमे सफलता निश्चित है अगर आपने मंत्र और कवच -ताबीज अपने गुरु से प्राप्त कर साधना की और सभी नियमों का पालन किया तो |बिना गुरु आप खतरे में होंगे अतः बिना गुरु के साधना न करें |मात्र ११ दिन की साधना में ११ हजार जप करने हैं जिससे आपको सिद्धि मिल जायेगी और आप इससे वह कार्य कर सकते हैं जो आपको असंभव लगती होगी |आप आश्चर्यचकित हो जायेंगे |शत्रु की बुद्धि भ्रष्ट हो जायेगी और वह नष्ट होगा ,खुद ऐसी गलतियाँ करेगा की उसका विनाश होगा |आप जो भी कार्य करते हो हर जगह सफलता मिलने लगेगी |आप जहाँ भी जायेंगे आपके प्रभाव से लोग दबने लगेंगे |नकारात्मक शक्तियाँ भूत प्रेत आदि समाप्त होंगे |आपसे ११ दिन में साधना नहीं हो पाए तो आप २१ दिन में इसे कर सकते हैं किन्तु तब तक आपको सभी नियमों का पालन करना होगा |

मंत्र : ॐ मलयाचल बगला भगवती महाक्रूरी महाकराली

राज मुख बन्धनं , ग्राम मुख बन्धनं , ग्राम पुरुष बन्धनं ,

काल मुख बन्धनं , चौर मुख बन्धनं , व्याघ्र मुख बन्धनं ,

सर्व दुष्ट ग्रह बन्धनं , सर्व जन बन्धनं , वशिकुरु हूँ फट स्वाहा ||

विधान :

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            इस मंत्र का जप माता बगला के सामान्य नियमो का पालन करते हुए किसी शुभ मुहूर्त से शुरू कर विधि विधान सहित १० माला प्रतिदिन करें ११ दिनों तक और दशान्श हवन करें और नित्य १ माला जप करते रहें मंत्र जागृत रहेगा | किसी भी प्रयोग को करने के लिए संकल्प लें , कम से कम ५ माला जप करें और हवन कर दें प्रयोग सिद्ध होगा | रक्षा के लिए ७ बार मंत्र पढ़ के छाती पे और दसो दीशाओ मैं फुक मार दें , किसी भी चीज़ का भय नहीं रहेगा | नियमित जाप से मंत्र मैं लिखे सभी कार्य स्वयम सिद्ध होते हैं अलग से प्रयोग की आवश्यकता नहीं है | मंत्र को ग्रहण , दिवाली आदी पर्व में जप कर पूर्णता जागृत रखें | नज़र दोष के लिए मंत्र को पढ़ते हुए मोर पंख से झाडे |पीला नेवेद्य माता को अर्पित करे | ध्यान मग्न होकर जप करने से जल्दी सिद्ध होता है |मंत्र सिद्धि के पूर्व किसी बगला साधक से या गुरु से संपर्क कर उनसे मंत्र ग्रहण करें और विधि-विधान समझ लें |उनसे कवच लेकर धारण कर ही साधना करें |साधना समय सुरक्षा घेरा अवश्य बनाएं |

          साधना अवधि के दौरान आपको सख्त ब्रह्मचर्य का पालन करना है और किसी भी वैदिक या तंत्रोक्त मंत्र का जप नहीं करना है इस साधना के साथ चूंकि यहाँ शाबर मंत्र का प्रयोग किया जा रहा है |साधना अवधि में आप सरसों के तेल का दीपक जला सकते हैं या तिल के तेल का किन्तु सरसों के तेल का उपयोग भोजन में नहीं कर सकते |आप बाल नहीं काट सकते ,सेविंग नहीं कर सकते ,साबुन -शैम्पू का प्रयोग नहीं कर सकते |सूतक वाले घरों में नहीं जा सकते ,मृतक या जन्म की स्थितियों वाले परिजन या मित्र का स्पर्श नहीं कर सकते |जब तक रोज का जप पूरा न हो जाय आप अन्न नहीं ग्रहण कर सकते ,आपको फलाहार पर रहना है ,बेहतर हो ११ दिन फलाहार पर रहें या केवल रात में जप के बाद ही अन्न ग्रहण करें |

          अधिक अच्छी सफलता पाने के लिए आप जप का समय रात्री में रखें और अच्छा होगा |साधना में आपका भयमुक्त होना आवश्यक शर्त है |साधना सात्विक किन्तु उग्र है अतः सावधानी अपेक्षित है |कोई भी अपने गुरु की अनुमति से इस साधना को करके सिद्धि प्राप्त कर सकता है |यह जरुर है की इस साधना में व्यक्ति ११ दिन कोई अन्य कार्य नहीं कर सकता |उसे घर में ही रहना होगा और केवल साधना जीवन ही जीना होगा |…………हर हर महादेव


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