अभिचार /भूत -प्रेत /टोना -टोटका रोधक कवच [केवल स्त्रियों के लिए ]
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सामान्य रूप से भूत-प्रेत ,आत्माएं ,वायव्य बाधाएं ,तांत्रिक टोटके और अभिचार स्त्रियों को अधिक और शीघ्र प्रभावित करते हैं |इसका कारण स्त्रियों की शारीरिक और मानसिक बनावट भी होती है और स्त्रियों के प्रति कामुक पुरुष आत्माओं का आकर्षण भी होता है |स्त्रियों का खून अक्सर पतला होता है और भूत- प्रेत पतले खून वालों को शीघ्र प्रभावित करते हैं ,पतले खून वाले और ठंडी प्रकृति वाले पुरुष भी इसी कारण शीघ्र इनकी चपेट में आ जाते हैं |स्त्रियाँ कोमल भावनाओं और ह्रदय वाली होती हैं ,मानसिक बल और कठोरता कम होने से आत्माओं को कम प्रतिरोध मिलता है और वह शीघ्र प्रभावी हो जाते हैं |अक्सर दुर्घटनाओं अथवा आकस्मिक रूप में मरे ही भूत-प्रेत बनते हैं और असंतुष्ट होते हैं ,अपनी तृप्ति के लिए इन्हें स्त्रियाँ आसन शिकार मिलती हैं और उनसे यह अपनी इच्छा पूर्ती करते हैं |भावुक ,कोमल और दया -श्रद्धा युक्त स्त्री को अचानक भय उत्पन्न कर अथवा उसके शारीरिक चक्र की स्थिति में अथवा उनके कमजोर शारीरिक मानसिक स्थिति में अक्सर इनका प्रकोप हो जाता है |स्त्रियों पर टोना टोटका भी बहुत किया जाता है और यह नकारात्मक प्रभावों में भी शीघ्र आ जाती है |
कभी -कभी असावधानीवश ,दुर्घटनावश ,अपवित्र स्थिति में अथवा अन्य किसी कारणवश अक्सर किसी अविवाहित अथवा कुँवारी कन्या ,लड़की या किसी भी महिला पर यकायक भूत /जिन्न /प्रेत /आसेब इत्यादि का साया हो जाता है जो की उस स्त्री का जीवन नरक सामान बना देता है |ऐसी परिस्थितियों में यदि उसे अभिमत्रित ” भूत बाधा नाशक कवच ” गले में धारण करा दिया जाए तो चमत्कारिक रूप से लाभ दिखाई देने लग जाते हैं |यह कवच महाविद्या काली की शक्ति से संपन्न होता है और नकारात्मक ऊर्जा का तीब्र प्रतिरोधक होता है ,चाहे वह कोई भी नकारात्मक या वायव्य ऊर्जा या शक्ति हो |इससे स्त्री सुरक्षित रहती है और कहीं भी उसे इन बाधाओं का भय नहीं होता |बच्चे के जन्म काल और बाद में भी स्त्री को इन आत्माओं से सर्वाधिक भय होता है ,|इस काल में भगवती का यह यन्त्र कवच उनकी पूर्ण सुरक्षा करता है |अगर पहले से किसी बाधा से प्रभावित कोई स्त्री इन्हें धारण करती है तो क्रमशः शरीर की शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा वृद्धि के साथ उस शक्ति का प्रभाव कम हो जाता है और अंततः वह छोड़ देती है |
स्त्रियों में अक्सर यह देखा जाता है की वह अपने टोने -टोटके उतारा करके अपने ही किसी परिचित अथवा अपने रिश्तेदार स्त्री को दे देती हैं |वैवाहिक अथवा सामूहिक कार्यक्रमों में बहुत ऐसा होता है |बहुत बार मिठाई आदि में अभिचार करके प्रसाद के नाम पर दे दिया जाता है |इन क्रियाओं के बाद पहले वाली स्त्री की समस्या समाप्त हो जाती है जबकि दूसरी स्त्री पीड़ित हो जाती है |इस तरीके से कभी कभी स्त्रियों की कोख तक बाँध दी जाती है जिससे उनको सन्तान होने में भी परेशानी उत्पन्न होने लगती है |संतान का गर्भ में नष्ट हो जाना ,मृत जन्म लेना अथवा जन्म के कुछ महीने के भीतर मृत हो जाना इस अभिचार के प्रभाव होते हैं |कभी कभी किसी का विवाह नहीं हो रहा तो वह भी उतारा करके किसी अन्य कन्या को दे देती है |कभी कभी दुसरे अभिचार से पीड़ित अथवा किसी समस्या से पीड़ित कोई महिला अपना उतारा करके किसी अपनी ही रिश्तेदार अथवा परिचीत को किसी वस्तु के साथ दे देती है |अभिचार अथवा समस्या स्थानांतरित हो दूसरी महिला को परेशान करता है |आप माने या न माने किन्तु ऐसा होता है और महिलाओं में बहुत होता है भले आपको न पता हो |पीड़ित स्त्री चिकित्सकीय रूप से तो स्वस्थ होती है किन्तु फिर भी उसे शारीरिक और मानसिक परेशानी होती है |इस तरह की क्रियाएं करने वाले बाहरी नहीं होते अपितु अपने ही परिचित होते हैं जिससे उन्हें समझ पाना बहुत मुश्किल होता है |
कभी कभी ऐसा भी होता है की बाहरी या अपने ही परिवार के लोग या कोई सदस्य किसी स्त्री को उससे ही पति अथवा बच्चों से दूर करने का प्रयत्न करता है |स्त्री के उपर तांत्रिक क्रिया कर देता है किसी से पूछकर अथवा करा देता है ताकि उसके घर में कलह होने लगे ,पति पत्नी आपस में लड़ने लगें |इस स्थिति में स्त्री को लगता है की वह बिलकुल सही है किन्तु उसमे उग्रता और हठ इस तरह उत्पन्न हो जाती है की वह कुछ भी सुनने समझने को तैयार नहीं होती और अपनी ही बात मनवाने का प्रयत्न करती है |कभी कभी ऐसा भी होता है की किसी कन्या अथवा किसी स्त्री पर कोई वशीकरण क्रिया करके उसे अपने वशीभूत कर लेता है फिर उसका शोषण कर सकता है |पहले तो नहीं समझ आता किन्तु कुछ समय बाद पछताने का कोई फायदा नहीं होता |कभी कभी किसी की कन्या पर कोई ऐसा करके उसे उसके परिवार के विरुद्ध कर देता है अथवा परिवार से विमुख कर देता है |इस स्थिति में कन्या या स्त्री को उस वशीकरण कर्ता की ही बात सही लगती है और वह अपने पति ,बच्चों अथवा माता -पिता को ही गलत मानती है |
किसी किसी परिवार में किन्ही बड़ी नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव होता है और इनका आसान शिकार उस घर की स्त्री हो जाती है |कभी यह उसको सीधे प्रभावित करके उसके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं तो कभी यह उसे शारीरिक तौर पर बाहर से पीड़ित करते हैं |कभी कभी इनके द्वारा स्त्री से यौन सम्बन्ध बनाने की स्थिति भी देखी जाती है तथा यह स्त्री क पति से दूर करने का भी प्रयत्न करते हैं |कभी कभी शरीर में प्रवेश करने वाली आत्मा आवेश भी देती है और खुद को देवी देवता भी बताकर लोगों के सामने खुद को व्यक्त करती है |कभी यह आवेश ही देती है और बरगलाती रहती है की यह वह है यह यह है |कभी कभी ऐसा भी होता है की यह स्त्री को मात्र शारीरिक कष्ट ही देती है |त्वचा रोग ,बांझपन ,कलह ,अभाव ,मतभिन्नता भी इनके कारण होते हैं |अक्सर इन सबके प्रभाव से स्त्री से उसके पति अथवा बच्चों से दूरी बनने लगती है |इन स्थितियों में पहले से सुरक्षा की दृष्टि से हमने इस कवच का निर्माण किया है यद्यपि यह प्रभाव उत्पन्न होने पर भी काम करती है किन्तु प्रभावित हो जाने पर उसे समाप्त होने में समय लगता है जबकि यदि पहले से धारण किया जाय तो समस्या ही नहीं उत्पन्न हो |कवच की शक्ति से किसी तांत्रिक द्वारा किये गए अभिचार से भी बचाव होता है और अगर पहले से कोई अभिचार है तो उसका प्रभाव क्रमशः नष्ट होता है |अतः स्त्रियों को सुरक्षा हेतु भगवती का कवच धारण करना चाहिए |
इस कवच के निर्माण में भगवती काली के यन्त्र और भगवती काली की ऊर्जा से सम्बन्धित दुर्लभ तांत्रिक वनस्पतियों ,जड़ों ,और वस्तुओं का उपयोग किया जाता है जिससे यह धारण करते ही त्वरित प्रभाव उत्पन्न करता है |वस्तुओं ,जड़ों और वनस्पतियों के नाम हम नहीं दे सकते क्योंकि यह हमारा शोध है |यदि पहले से कोई आभिचारिक क्रिया हुई है ,कोई टोना -टोटका हुआ है या किसी भूत -प्रेत का प्रकोप हो चूका है तब तो उसे हटने में समय लगेगा |वहां यह ऐसा कार्य करेगा जैसे किसी का भोजन बंद कर दिया जाय तो वह कितने दिन भूखा रहेगा |अंततः जाने को मजबूर होगा |अर्थात यह उस क्रिया अथवा शक्ति के लिए परेशानी उत्पन्न करने वाला हो जाएगा ताकि वह अपनी मनमानी न कर सके |कुछ मामलों में यदि टोटके अथवा भूत आदि की शक्ति कम है तो वह तुरंत समाप्त हो जाती है जबकि कुछ में समय लगता है |यदि धारण करने के बाद किसी पर कोई क्रिया की जाती है अथवा कोई प्रकोप होता है तो वहां यह पूर्ण सुरक्षा प्रदान करती है |इस प्रकार यह स्त्रियों के लिए एक बहुत अच्छा सुरक्षा कवच हो जाती है किसी भी नकारात्मक उर्जा /शक्ति ,टोना -टोटका अथवा अभिचार से बचने का |……………………………………………………………..हर-हर महादेव
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