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वशीकरण का ब्रह्मास्त्र :: श्यामा मातंगी कवच

वशीकरण का ब्रह्मास्त्र :: श्यामा मातंगी कवच

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सभी के लिए उपयोगी

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          यदि आपको लोगों को अपने अनुकूल रखना है ,वशीभूत रखना है ,लोगों पर अपना आकर्षक प्रभाव डालना है तो आपको श्यामा मातंगी कवच धारण करना चाहिए |यदि आपका कोई भी अपना ,सगा -सम्बन्धी ,घर -परिवार से सम्बन्धित व्यक्ति आपसे रूखा व्यवहार करता हो ,आपको उपेक्षित करता हो ,आपकी भावना या बात नहीं समझता हो ,आपसे दूर हो रहा हो तो आपको श्यामा मातंगी ताबीज धारण करना चाहिए |यदि आपको बहुत से लोगों को प्रभावित करना हो ,बहुत से लोगों को नियंत्रित करना हो ,समाज में मान -सम्मान पाना हो ,लोगों को प्रभावित कर अपनी बात मनवाना हो तो आपको श्यामा मातंगी कवच धारण कर श्यामा मातंगी मंत्र का जप करना चाहिए |यदि आपका पति या पत्नी ,पुत्र या पुत्री ,भाई या बहन ,माता या पिता या कोई भी सगा सम्बन्धी गलत कार्य कर रहा हो ,गलत रास्ते जा रहा हो ,आपके विरिद्ध या विपरीत आचरण कर रहा हो तो आपको श्यामा मातंगी मंत्र जप करते हुए श्यामा मातंगी कवच धारण करना चाहिए |बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो किसी अपने पर वशीकरण की अनेक क्रियाएं बड़े बड़े तांत्रिकों से करवाकर बहुत सा पैसा बर्बाद कर चुके होते हैं तो ऐसे लोगों को खुद श्यामा मातंगी मंत्र और यन्त्र का प्रयोग करना चाहिए |पैसा भी बचता है और सफलता की गारंटी भी बढ़ जाती है |

              मातंगी महाविद्या ,दस महाविद्या में से एक प्रमुख महाविद्या ,,वैदिक सरस्वती का तांत्रिक रूप हैं और श्री कुल के अंतर्गत पूजित हैं |यह सरस्वती ही हैं और वाणी ,संगीत ,ज्ञान ,विज्ञान ,सम्मोहन ,वशीकरण ,मोहन की अधिष्ठात्री हैं |त्रिपुरा ,काली और मातंगी का स्वरुप लगभग एक सा है |यद्यपि अन्य महाविद्याओं से भी वशीकरण ,मोहन ,आकर्षण के कर्म होते हैं और संभव हैं किन्तु इस क्षेत्र का आधिपत्य मातंगी [सरस्वती] को प्राप्त हैं |यह जितनी समग्रता ,पूर्णता ,निश्चितता से इस कार्य को कर सकती हैं कोई अन्य नहीं | मातंगी वशीकरण ,मोहन की देवी ही हैं अतः यह आसानी से यह कार्य कर देती हैं |मातंगी के तीन विशिष्ट स्वरुप हैं श्यामा मातंगी ,राज मातंगी और वश्य मातंगी |श्यामा मातंगी स्वरुप मातंगी का उग्र स्वरुप है और वशीकरण ,मोहन, आकर्षण को तीब्रता से करता है |इनका मन्त्र अति विशिष्ट है ,जिसमे माया [देवी] ,सरस्वती [मातंगी ],लक्ष्मी ,त्रिपुरसुन्दरी[श्री विद्या]और काली के बीज मन्त्रों का विशिष्ट संयोग है जिससे मातंगी की मुख्यता के साथ इन सभी शक्तियों की शक्ति भी सम्मिलित होती है जिससे यह विद्या सब कुछ देने के साथ वशीकरण ,आकर्षण में निश्चित सफलता देती है |

        मातंगी ,या श्यामा मातंगी का मंत्र ,मातंगी साधक ही प्रदान कर सकता है ,अन्य किसी महाविद्या का साधक इनके मंत्र को प्रदान करने का अधिकारी नहीं है |स्वयं मंत्र लेकर जपने से महाविद्याओं के मंत्र सिद्ध नहीं होते ,अतः जब भी मंत्र लिया जाए मातंगी साधक से ही लिया जाए ,यद्यापि मातंगी साधक खोजे नहीं मिलते जबकि अन्य महाविद्या के साधक मिल जाते हैं |मंत्र तो कहीं भी लिखे मिल जायेंगे किन्तु वह तब तक प्रभावी नहीं होंगे जब तक मातंगी साधक उन्हें आपको न प्रदान करे |इसीलिए हम यहाँ मन्त्र दे तो रहे है किन्तु बताना चाहेंगे सीधे यहाँ से उठाकर मन्त्र करने से आपका मंत्र जाग्रत नहीं होगा और पर्याप्त सफलता नहीं देगा ,इसलिए इसे आपको मातंगी साधक से ही लेना चाहिए |

           इनके मंत्र और यंत्र का उपयोग अधिकतर प्रवचनकर्ता ,धर्म गुरु ,tantra गुरु ,लेखक ,गायक ,संगीतकार ,कलाकार ,बौद्धिक लोग ,राजनीतिज्ञ ,अधिकारी ,फिल्म जगत के लोग ,वैज्ञानिक ,शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोग ,उच्च स्तर की परीक्षा -प्रतियोगिता देने वाले लोग आदि करते हैं जिन्हें समाज-भीड़-लोगों के समूह का नेतृत्व अथवा सामन करना होता है ,ज्ञान विज्ञानं की जानकारी चाहिए होती है |मातंगि के शक्ति से इनमे सम्मोहन -वशीकरण की शक्ति होती है ,ज्ञान विज्ञान की प्राप्ति होती है ,लोगों को प्रभावित कर पाते हैं |मातंगी का यन्त्र इसमें अतिरिक्त ऊर्जा का कार्य करता है जिसे मातंगी साधक निर्मित करता है भोजपत्र पर |मातंगी का यन्त्र बाजार में धातु का मिल जाता है किन्तु श्यामा मातंगी का मिलना मुश्किल होता है |धातु के यन्त्र की प्रभावशालिता भी संदिग्ध होती है जबकि मातंगी साधक द्वारा निर्मित श्यामा मातंगी के यन्त्र में साधक की शक्ति ,मुहूर्त की शक्ति ,भोजपत्र की पवित्रता ,अष्टगंध की विशिष्टता ,मंत्र की शक्ति ,प्राण प्रतिष्ठा की शक्ति सम्मिलित होती है जिससे यह यन्त्र निश्चित प्रभावकारी हो जाता है |धारण करने पर इससे उत्पन्न विशिष्ट तरंगे व्यक्ति और वातावरण को प्रभावित करती हैं जिससे खुद व्यक्ति में भी परिवर्तन आता है और आसपास के लोग भी प्रभावित होते हैं |इसके वाशिकारक प्रभाव में संपर्क में आने वाले लोग बांध जाते हैं |यद्यपि यन्त्र किसी विशिष्ट व्यक्ति के लिए भी बनाया जा सकता है किन्तु व्यक्ति केन्द्रित न रखा जाए तो यह सब पर प्रभाव डालता है |

          श्यामा मातंगी का मंत्र इस प्रकार होता है – ऐं ह्रीं श्रीं ऐं क्लीं सौ: ऐं ॐ नमो भगवती श्री मातंगीश्वरी सर्वजन मनोहारी सर्वमुखरंजिनी क्लीं ह्रीं श्रीं सर्वराज वशंकरी सर्वस्त्रीपुरुष वशंकरी सर्वदुष्टमृग वशंकरी सर्वसत्व वशंकरी सर्वलोक वशंकरी त्रैलोक्यं में वशमानय स्वाहा |

               श्यामा मातंगी का मंत्र और यन्त्र प्रकृति की सभी शक्तियों में सर्वाधिक शक्तिशाली वाशिकारक और मोहक प्रभाव रखता है क्योकि यह इसी की शक्ति हैं ही |यद्यपि इनका यन्त्र काफी महंगा पड़ जाता है ,जबकि अन्य वशीकरण के यन्त्र बाजार में बहुत सस्ते मिल जाते हैं ,यह अलग है की अन्य भले असफल हो जाए इनका यन्त्र प्रभाव जरुर देता है |उदाहरण के लिए ,श्यामा मातंगी का मंत्र केवल इनका साधक ही जप सकता है और वाही अभिमंत्रित कर सकता है यन्त्र को जबकि अगर वह दिन में १० घंटे लगातार जप करे तो भी तीन हजार मंत्र से अधिक जप नहीं कर सकता ,कारण मंत्र बड़ा और क्लिष्ट होता है |ऐसे में यन्त्र को २१ हजार अभिमंत्रित करने के लिए कम से कम ७ दिन चाहिए ,पूजा प्राण प्रतिष्ठा और बाद में हवन के लिए दो दिन अतिरिक्त चाहिए अर्थात ९ दिन लगेंगे एक यन्त्र बनाने में, यदि वास्तविक प्रभाव लानी है ,क्योकि बहुत कम अभिमन्त्रण अपेक्षित परिणाम नहीं देगा |इस तरह सबके लिए तो नहीं किन्तु जरूरतमंद के लिए यह यन्त्र लाभदायक होता है |

       श्यामा मातंगी मंत्र प्रयोग की एक निश्चित विधि होती है जिसमे तांत्रिक विधि के साथ टेलीपैथी का प्रयोग किया जाता है |साध्य पर कोई तंत्र क्रिया हुई हो या वह बहुत मजबूत आत्मबल का हो तब इसमें कम सफलता मिलने पर अघोर तंत्र को भी सम्मिलित किया जाता है और यह अचूक सफलता देता है |एक विशेषता और है की जब तंत्रोक्त पद्धति से श्यामा मातंगी मंत्र सिद्ध कर लिया जाता है तो इसका प्रयोग कहीं भी किसी के लिए भी किया जा सकता है और यह हमेशा प्रभावी रहता है |बजाय दुसरे की सहायता के लिए इश्र उधर भटकने के खुद प्रयोग किया जाय यही बेहतर होता है दीर्घ कालिक लाभ के लिए |

श्यामा मातंगी यन्त्र का प्रभाव और उपयोग

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१. यन्त्र धारण करने से वशीकरण की शक्ति बढती है |व्यक्तित्व का प्रभाव बढ़ता है |

२. अधिकारी वर्ग को अपने कर्मचारियों पर नियंत्रण और उन्हें वशीभूत रखने में आसानी होती है |

३.कर्मचारी को अपने अधिकारियों को अनुकूल रखने में मदद मिलती है |

४.पति को पत्नी की और पत्नी को पति की अनुकूलता अपने आप प्राप्त होती है और धारण करने वाले का पति या पत्नी वशीभूत होता है |

५.सेल्स ,मार्केटिंग ,पब्लिक रिलेसन का कार्य करने वालों को लोगों का अपेक्षित सहयोग मिलता है |

६.व्यवसायी को ग्राहकों की अनुकूलता मिलती है और अपरोक्त उन्नति में सहायत मिलती है |

७.रुष्ट परिवार वालों को इससे अनुकूल करने में मदद मिलती है |

८.वाद-विवाद ,मुकदमे ,बहस ,समूह वार्तालाप ,आपसी बातचीत में सामने वाले की अनुकूलता प्राप्त होती है |

९. चूंकि यह महाविद्या यन्त्र है और काली की शक्ति से संयुक्त है अतः नकारात्मक ऊर्जा दूर करता है |

१०. किसी पर पहले से कोई वशीकरण की क्रिया है तो यन्त्र भरे हुए चांदी कवच को सुबह शाम कुछ दिन एक गिलास जल में डुबोकर वह जल व्यक्ति को पिलाने से वशीकरण का प्रभाव उतरता है |

११.किसी भी तरह के इंटरव्यू में परीक्षक पर सकारात्मक प्रभाव देता है |

१२. व्यक्ति विशेष के लिए बनाया गया यन्त्र धारण और मंत्र जप निश्चित रूप से सम्बंधित व्यक्ति को वशीभूत करता है |

१३.दाम्पत्य कलह ,पारिवारिक कलह ,मनमुटाव ,विरोध में लोगों को प्रभावित करता है और व्यक्ति के अनुकूल करता है |

१४.सामाजिक संपर्क रखने वालों को लोगों की अनुकूलता प्राप्त होती है |

१५.ज्ञान-विज्ञानं-अन्वेषण-परीक्षा-प्रतियोगिता ,प्रवचन ,भाषण से समबन्धित लोगों को सफल होने में मदद करता है |

१६. कोई दूर हो गया हो ,कोई उपेक्षित कर रहा हो ,किसी को आकर्षित करना हो ,किसी को वशीभूत करना हो ,कोई अपना कभी पास रहा हो पर आज बात भी नहीं हो रही तो श्यामा मातंगी कवच धारण कर रात्रिकालीन विशेष क्रिया से दूर हुआ व्यक्ति कितना भी कठोर हो वह अनुकूल होता है ,सम्पर्क बनता है और आपसी सम्बन्ध पुनर्जीवित हो जाता है |हमने सैकड़ों लोगों पर यह प्रयोग कराएं हैं और लगभग सभी ने आशातीत सफलता पाई है |

               इस प्रकार ऐसा कोई क्षेत्र लगभग नहीं जहाँ इस यन्त्र से लाभ न मिलता हो क्योकि लोगों की अनुकूलता की जरुरत सबको होती है और लोग या व्यक्ति प्रभावित हो अनुकूल हों ,वशीभूत हों तो व्यक्ति को लाभ अवश्य होता है |अतः श्यामा मातंगी साधक द्वारा बनाया गया श्यामा मातंगी यन्त्र ,अन्य किसी यन्त्र से अधिक लाभकारी होता है |श्यामा मातंगी यन्त्र धारण से सर्वजन आकर्षण और वशीकरण होता जिससे सभी मिलने और संपर्क में आने वालों पर प्रभाव पड़ता है |किसी एक ही व्यक्ति को आकर्षित वशीभूत करने के लिए उस व्यक्ति के नाम से विशेष तौर पर इसे अभिमंत्रित करना होता है तब यह केवल उस व्यक्ति पर ही प्रभाव डालता है |इसके धारण से एक बड़ा लाभ यह है की व्यक्ति को खुद कुछ नहीं करना होता और जो भी प्रभाव होता है वह ताबीज के धारण से होता है |इससे व्यक्ति के स्वभाव ,चाल ढाल ,बातचीत के ढंग में और उसके आभामंडल अर्थात औरा में परिवर्तन आने से वह लोगों को आकर्षित और अनुकूल करने लगता है |श्यामा मातंगी कवच से प्रभावी कवच और श्यामा मातंगी मंत्र से प्रभावी मंत्र नहीं वशीकरण -आकर्षण के लिए |यह वशीकरण का ब्रह्मास्त्र है |………………………………………………………………..हर-हर महादेव


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