Alaukik Shaktiyan

ज्योतिष ,तंत्र ,कुण्डलिनी ,महाविद्या ,पारलौकिक शक्तियां ,उर्जा विज्ञान

व्यावसायिक सफ़लता और बाधा निवारण हेतु

दैनिक
व्यावसायिक सफ़लता और बाधा निवारण हेतु प्रयोग

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.यदि आप दैनिक
कार्यों में
,रोजाना के व्यावसायिक कार्यों में अधिकतम
सफलता पाना चाहते है
,कम से कम विघ्नबाधाओं का
सामना करना चाहते है
,तो निम्न प्रयोग करे ,आपके भाग्य तो नहीं बदल जायेगे ,किंतू जो मिलना है
वह पूरा मिल पायेगा ऐसा विश्वास रखे
,यदि कुछ बुरा होना
है तो कम से कम होगा
,किसी प्रकार की विघ्न -बाधा है तो वह दूर होगी
,किसी प्रकार का बंधन या आभिचारिक क्रिया है तो वह रुकेगी |
आप बुधवार या गणेश चतुर्थी 
को सूर्योदय पूर्व उठे और स्नानकर अपने ईष्ट की पूजा करे
,फिर गणेश जी  की आराधना
करे
,,अब एक सिन्दूरी  कागज़ कम से कम १*१ फुट का ले ,उसपर स्केल की
सहायता से १०८ खाने बना ले
,अब प्रत्येक खाने
में ऊपर से नीचे की और १ से १०८ तक संख्याये लिखे
,,ध्यान
दे संख्याओं का क्रम न टूटे
,अर्थात किसी लाइन
में यदि संख्या १२ पर समाप्त हो रही है तो उसी के नीचे १३ अंक की संख्या शुरू होकर
उलटे क्रम से पुनः १ के नीचे आएगी
,फिर वहा २४ आएगा ,अब उसके नीचे २५ से आगे लिखा जाएगा ,,यदि १ लाइन में १२ खाने हो तो ९ लाइनों में १०८ खाने हो जायेगे ,,जब खाने बन जाए तो प्रत्येक खाने में लाल स्याही से ” ॐ गं
गणपतये नमः ” लिखे
,,,अब इस कागज़ को
ईश्वर मानकर विधिवत पूजन कर ले
,,धुप आरती कर के कागज़ की तह करके रख ले ,इसे आपको सदैव अपनी जेब में रखनी है ,,जिस दिन इसका निर्माण करे उस दिन सुबह तब तक अन्न ग्रहण न करें जब
तक यह बना और पूजा न कर लें  |
 ,,अब दैनिक रूप से घर से बाहर जाते समय सुबह इस कागज़ को खोलकर
सामने रख लिया करे
,,इसके पहले खाने पर तर्जनी उंगली रखे फिर उसे
सभी खानों पर घुमाते हुए १०८ वे खाने पर ले आये
,यहाँ
आप अपनी आखे बंद कर अपने ईष्ट और गणेश  जी
को याद करे
,और कहे हे प्रभु मेरा आज का दिन शुभ हो ,सफल हो ,में सभी अनावश्यक
विवादो आदि से बचा रहू
,,इस प्रकार अपनी
कामनाये व्यक्त करे
,फिर अपनी तर्जनी को माथे लगा ले ,,फिर उस कागज़ को तह कर जेब में रख ले और भगवान का नाम लेकर
प्रस्थान करे
,,विश्वास रखे आपका दिन पहले की अपेक्षा शुभ होगा |,,,कागज पर एक बार बनाया हुआ [लिखा हुआ ]यह आपको महीनो तक
काम देगा
,,किसी प्रकार कागज़ फट या खराब हो जाने पर बहते
जल में विसर्जित कर
,पुनः बुधवार या गणेश चतुर्थी को इसे पहले की
तरह बना सकते हैं
|

यदि आप व्यवसायी हैं अथवा उच्च पदस्थ हैं और आपके
नीचे बहुत से कर्मचारी हैं ,अथवा सेल्स -मार्केटिंग आदि से जुड़े हैं तो इस प्रयोग
के साथ भोजपत्र पर निर्मित व्यापार वृद्धि यंत्र अथवा महालक्ष्मी सर्वतो भद्र
यंत्र अथवा श्री यंत्र अपने प्रतिष्ठान /दूकान में लगाएं तथा प्रतिदिन धुप दीप से
उसकी पूजा करते रहें |खुद बगलामुखी यंत्र धारण करें जिससे आप जो कहें उसका प्रभाव
ग्राहक या सम्बंधित व्यक्ति पर पड़े ,आपका प्रभाव बढे ,सुरक्षा के साथ बुरी नज़रों
आदि से बचाव हो और आपका कार्य निर्विघ्न रहे |यदि आपको लगता है की किसी प्रकार का
अभिचार या बंधन दूकान /प्रतिष्ठान या घर पर किया गया है या किया जा रहा है तो वहां
भी बगलामुखी यन्त्र लगाएं और बगला या काली या दुर्गा सहस्त्रनाम /कवच का पाठ करके
जल अभिमंत्रित कर प्रतिष्ठान में छिडकें ,बाधाएं समाप्त होंगी
|………………………………………………………..हर
हर
महादेव
  



विशेष – किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें -मो. 07408987716 ,समय -सायंकाल 5 से 7 बजे के बीच . 

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